नई दिल्ली: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने ऑपरेशन सिंदूर में असाधारण वीरता दिखाने के लिए ग्रुप कैप्टन राकेश यादव को "मेंशन-इन-डिस्पैचेज" सम्मान प्रदान करने की मंज़ूरी दी है।
ऑपरेशन सिंदूर में अद्वितीय साहस
ग्रुप कैप्टन राकेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बेजोड़ साहस और नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया। यह ऑपरेशन भारत के हालिया इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों में से एक माना जाता है, जिसने देश की रक्षा नीति को प्रतिक्रियात्मक से सक्रिय रणनीति में बदल दिया। इस अभियान में आतंकवादी ढांचे पर प्रभावी प्रहार करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने तीनों सेनाओं के समन्वय और उन्नत क्षमताओं का परिचय दिया।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
ग्रुप कैप्टन राकेश यादव के पिता श्यामलाल यादव अंबेडकर नगर जिले के मदरभरी गांव के निवासी हैं।
बधाई संदेशों की बौछार
उनकी इस उपलब्धि पर युवा समाजवादी नेता शिवेंद्र यादव समेत कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने बधाई दी है। सैनिक स्कूल रीवा के सहपाठी, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के सहयोगी, मित्र और परिवारजन भी गर्व से गदगद हैं।
मेंशन-इन-डिस्पैचेज का महत्व
"मेंशन-इन-डिस्पैचेज" पुरस्कार भारतीय सशस्त्र बलों के उन सैनिकों को दिया जाता है, जिन्होंने अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा का परिचय दिया हो। यह सम्मान राष्ट्र को याद दिलाता है कि उसकी स्वतंत्रता और सुरक्षा उसके वीर जवानों की अदम्य प्रतिबद्धता से सुरक्षित है।