जौनपुर (उत्तर प्रदेश) – भारतीय जनता पार्टी जौनपुर द्वारा जिला कार्यालय पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की स्मृति में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश मंत्री शंकर गिरी और विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रदेश पंचायत प्रकोष्ठ संयोजक रमेश सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ की गई।
शंकर गिरी ने अपने संबोधन में कहा, "डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम लेते ही भारतीय संविधान की याद स्वतः आ जाती है। उनका जीवन संघर्ष, सामाजिक न्याय और समानता की अद्वितीय मिसाल है। दुनिया उन्हें संविधान निर्माता और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने वाले महान योद्धा के रूप में जानती है।"
रमेश सिंह ने कहा, "बाबा साहब ऐसे धर्म को मानते थे जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे का संदेश देता है। उन्होंने करोड़ों युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।"
पुष्पराज सिंह ने कहा, "डॉ. अंबेडकर का मानना था कि यदि हमें एक आधुनिक और संयुक्त भारत बनाना है तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत आवश्यक है। उनका संदेश था कि जीवन लंबा नहीं, महान होना चाहिए।"
इस अवसर पर भाजपा नेता राकेश वर्मा, मनोरमा मौर्य, विजयलक्ष्मी साहू, सिद्धार्थ सिंह सहित अनेक बुद्धिजीवी वर्ग के लोग उपस्थित रहे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित यह संगोष्ठी सामाजिक न्याय, समरसता और संविधान निर्माण में उनकी भूमिका को याद करने का एक महत्वपूर्ण मंच बनी।