सुलतानपुर, जयसिंहपुर।
जिलाधिकारी कुमार हर्ष, मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, व प्रशिक्षु आईएएस रिदम आनंद ने बुधवार को 100 शैय्यायुक्त विशेष चिकित्सालय, बिरसिंहपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्थाओं में कई खामियां सामने आईं, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और सीएमएस से स्पष्टीकरण तलब किया।
इमरजेंसी से लेकर ओटी तक खामियां:
निरीक्षण में इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, प्रसव कक्ष, मेडिसिन स्टोर रूम, डिस्पेन्सरी हॉल, एमओ रूम, फिजियोथैरेपी वार्ड सहित तमाम स्थानों का जायजा लिया गया। ऑपरेशन थिएटर में गंदगी, खराब लाइटें, और दवाएं मानक तापमान पर न पाए जाने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताई।
पुराने बेड और बेंच पर सवाल:
वार्ड निरीक्षण में मरीजों के लिए पुराने और जर्जर बेड-बेंच पाए जाने पर डीएम ने सवाल उठाया कि हाल ही में प्रारंभ हुए अस्पताल में इतनी पुरानी व्यवस्था कैसे हो सकती है। सीएमएस के संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्हें स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया।
स्टाफ की कमी और लापरवाही:
निरीक्षण के दौरान पैथोलॉजिस्ट व लैब टेक्नीशियन दोनों अनुपस्थित पाए गए। सीएमएस ने जानकारी दी कि पैथोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं है और कार्य लैब टेक्नीशियन द्वारा देखा जा रहा है, जो मौके पर नहीं मिले। जिलाधिकारी ने इस लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाते हुए स्पष्टीकरण मांगा।
वहीं एक्स-रे कक्ष में रेडियोलॉजिस्ट तो है लेकिन मशीन नहीं, जिससे मरीजों को जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एक्स-रे मशीन की मांग तत्काल की जाए।
प्रसव कक्ष और परिसर की दुर्दशा:
प्रसव कक्ष और वेटिंग रूम की साफ-सफाई बेहद खराब मिलने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने पर उन्होंने सवाल उठाया कि मरीजों को बाहर क्यों भेजा जा रहा है। सीएमएस ने जानकारी दी कि अल्ट्रासाउंड बाहर से कराया जाता है।
स्वच्छता पर विशेष निर्देश:
अस्पताल और परिसर की सफाई व्यवस्था बेहद खराब पाई गई। जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिया कि सफाईकर्मियों की तत्काल नियुक्ति कर सफाई व्यवस्था में सुधार किया जाए। सीएमएस द्वारा अस्पष्ट जवाब दिए जाने पर भी उन्होंने गहरी नाराजगी जताई।