India News सामाजिक न्याय के शिल्पकार: पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि 🙏

Neeraj Yadav Swatantra
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जौनपुर | आवाज न्यूज़

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और सामाजिक न्याय के पुरोधा स्व. विश्वनाथ प्रताप सिंह जी की पुण्यतिथि पर आज पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। उन्होंने भारतीय राजनीति को जो दिशा दी, वह आज भी प्रासंगिक है, विशेषकर वंचित, शोषित और पिछड़े वर्गों के उत्थान की दृष्टि से।


🏛️ सामाजिक न्याय का ऐतिहासिक फैसला: मंडल आयोग लागू


1990 में वी.पी. सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू कर वह क्रांतिकारी कदम उठाया, जिसने भारतीय समाज की जड़ें हिला दीं। यह निर्णय पिछड़े वर्गों (OBC) को सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 27% आरक्षण प्रदान करने का था।


👉 यह सिर्फ एक राजनीतिक फैसला नहीं था, बल्कि समानता और अधिकारों की दिशा में एक ऐतिहासिक आंदोलन था।


✊ निडरता और ईमानदारी की मिसाल


वी.पी. सिंह जी का संपूर्ण राजनीतिक जीवन ईमानदारी, पारदर्शिता और जनता के हितों को समर्पित रहा। उन्होंने सत्ता के लिए समझौते नहीं किए, बल्कि सिद्धांतों के लिए संघर्ष किया।


उनकी छवि एक ऐसे राजनेता की थी, जो न तो भ्रष्टाचार से डरा, न ही राजनीतिक दबावों से झुका। उन्होंने देश को बताया कि सच्ची राजनीति जनसेवा और न्याय के लिए होनी चाहिए।


🌍 उनके विचार आज पहले से अधिक प्रासंगिक


आज जब देश जातीय न्याय, सामाजिक समरसता और समान अवसरों की चर्चा कर रहा है, तब वी.पी. सिंह के विचार और मूल्य पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक प्रतीत होते हैं।


> "हमारा भारत तभी सशक्त होगा, जब हर व्यक्ति को उसका हक और सम्मान मिलेगा।"

– वी.पी. सिंह




🌺 श्रद्धांजलि संदेश


आज हम नमन करते हैं उस महान नेता को, जिन्होंने अपने विचारों से समाज में बदलाव की नींव रखी।

वी.पी. सिंह जी की विरासत केवल इतिहास नहीं, वर्तमान और भविष्य की प्रेरणा है।


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