सोंगर (जौनपुर), 29 जून 2025:
ग्रामीण शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईएमएफ फाउंडेशन ने सोंगर गांव में एक प्रेरणादायक पहल की शुरुआत की है। फाउंडेशन ने निःशुल्क कोचिंग क्लासेस, सिलाई प्रशिक्षण केंद्र, कंप्यूटर क्लासेस, फाउंडेशन कोर्स और अंग्रेजी बोलने की कक्षाएं शुरू करने का ऐलान किया।
गरीब और जरूरतमंदों के लिए शिक्षा और रोजगार का अवसर
आईएमएफ फाउंडेशन के संस्थापक कादिर खान ने बैठक के दौरान कहा,
> "हमारा लक्ष्य ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना है। जिन माता-पिता के पास संसाधनों की कमी है, उनके बच्चों को हम मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण कोचिंग, कंप्यूटर और अंग्रेजी शिक्षा देंगे।"
उन्होंने आगे बताया कि मुस्लिम बच्चों के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान आज के दौर में आवश्यक है। इसी कारण अंग्रेजी बोलने की विशेष क्लासेस भी निःशुल्क चलाई जाएंगी।
महिलाओं को मिलेगा रोजगार का प्रशिक्षण
फाउंडेशन ने यह भी घोषणा की कि गांव की जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई सेंटर की शुरुआत की जा रही है। इसके माध्यम से महिलाएं हुनर सीखकर अपना स्वरोजगार शुरू कर सकेंगी।
बैठक में उपस्थित रहे प्रमुख पदाधिकारी
इस बैठक में फाउंडेशन के अध्यक्ष सलाउद्दीन हाशमी, उपाध्यक्ष अबु अफ्फान, समाजसेवी सैयद फरहान जिलानी, एडवोकेट प्रमोद कुमार, शिक्षक अब्दुल्ला सर, वामिक सर सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
समाज में बदलाव की दिशा में सकारात्मक कदम
आईएमएफ फाउंडेशन की यह पहल न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास मानी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग इस योजना से लाभान्वित होंगे और यह समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने में मददगार साबित होगी।