समाज में पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ को सत्ता दबाने की कोशिश कर रही है।
सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर पर हुआ हमला किसी व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि सत्ता द्वारा प्रायोजित प्रतीत होता है।
आम आदमी पार्टी मऊ के ज़िला अध्यक्ष विक्रम यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से स्पष्ट किया कि महेंद्र राजभर के साथ हुई मारपीट के पीछे एक सुनियोजित राजनीतिक साज़िश है। यह हमला उस समय हुआ जब वे सुहेलदेव की मूर्ति स्थापना और भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
हमले का आरोप सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर पर लगाया गया है।
कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो सड़कों पर उतरेगी आम आदमी पार्टी
विक्रम यादव ने कहा:
> “अगर शासन-प्रशासन दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं करता है तो आम आदमी पार्टी को मजबूरन विरोध प्रदर्शन और धरना देना पड़ेगा। यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि वंचितों, शोषितों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ पर है।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता संरक्षण में गुंडागर्दी को बढ़ावा दिया जा रहा है। शासक वर्ग आमजन और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वालों की आवाज़ को दबाने में जुटा है।
मुख्यमंत्री से की गई न्याय की मांग
आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले का संज्ञान लेने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पार्टी का स्पष्ट कहना है कि अगर महेंद्र राजभर के साथ हुई मारपीट और अभद्रता करने वालों को न्यायिक दंड नहीं दिया गया, तो यह लोकतंत्र और संविधान दोनों का अपमान होगा।