आँवलखेड़ा। गाँव अगरपुर तिराहा पर स्थित डाक कांवड़, कलश काबड़ सामान्य कांवड़, खड़ी कांवड़, और दांडी कांवड़ कांवरियों के लिए सेवा शिविर का आयोजन किया गया। कांवरियों को शिविर में गर्म और ठंडा शुद्ध जल, नींबू पानी, शरबत और मैंगो जूस जैसे पेय पदार्थ वितरित किए गए।
श्रद्धालुओं को सेव, केला और अमरूद जैसे फल भी दिए गए। यात्रा में सहायता के लिए नवरत्न तेल, दर्द नाशक बाम और स्प्रे का वितरण भी किया गया।
शिविर में थके हुए कांवरियों को आराम करने की सुविधा दी गई। चलने में असमर्थ श्रद्धालुओं की मदद की गई और उन्हें कुछ दूर तक चलने के लिए प्रेरित किया गया।
आयोजनकर्ता युवा समाजसेवी कुँवर ठाकुर प्रवीण चौहान जी, रोहित चौहान और सोमेन्द्र चौहान ने बताया कि वे कई वर्षों से गाँव अगरपुर तिराहा जलेसर रोड आगरा पर शिविर लगाकर कांवरियों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सेवा से उन्हें आत्मिक संतुष्टि मिलती है और वे भविष्य में भी यह सेवा कार्य जारी रखेंगे। और उन्हें कुछ कांवरियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी और सुविधाएं बताई।
मंदिर का इतिहास।
कैलाश मंदिर 10,000 वर्ष पुराना है। भगवान परशुराम और उनके पिता जमदग्नि ने कैलाश पर्वत से दो शिवलिंग लाकर स्थापित किए। त्रेतायुग में शिव की तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने यह वरदान दिया। मंदिर का जीर्णोद्धार समय-समय पर हुआ।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं।
पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी। जगह-जगह मेडिकल कैंप। कांवड़ यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था है।
इस मौके पर युवा समाजसेवी कुँवर ठाकुर प्रवीण चौहान जी, रोहित चौहान, सोमेन्द्र चौहान, मानवेन्द्र चौहान, रिंकू चौहान, अभिषेक चौहान, लोकेन्द्र चौहान, सनी चौहान, मनीष चौहान, करण चौहान और हर्ष चौहान सहित कई लोग मौजूद थे।