जौनपुर। न्यायालय के निर्देश पर सराय ख्वाजा पुलिस ने शिकारपुर पुलिस चौकी के पूर्व प्रभारी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
मामला क्या है
रामपुर दमन सिंह गांव निवासी सचिन निषाद ने न्यायालय में वाद दाखिल किया था कि उनके गांव में उनके भाइयों से विवाद हुआ, जिसमें विपक्षी पक्ष ने उनके भाइयों को पीटा और उनकी गाड़ी को नुकसान पहुँचाया।
8 अप्रैल 2025 को सचिन के भाई पुलिस चौकी पर गए थे। काफी देर तक जब वे वापस नहीं आए, तो सचिन ने चौकी जाकर उनके बारे में पूछा। इस दौरान चौकी में मौजूद उपनिरीक्षक गिरीश चंद्र मिश्रा ने आग बबूला होकर उन्हें दौड़ाया और बाहर भागते समय पकड़कर लाठी-डंडे से मारपीट की।
सचिन का आरोप है कि उन्हें थाना सराय ख्वाजा भेजते समय चौकी प्रभारी ने पुलिस का बड़ा हथियार माने जाने वाली धारा शांति भंग में चालान कर दिया।
न्यायालय की कार्रवाई
न्यायालय ने सचिन निषाद के अधिवक्ता के तर्क सुनने के बाद पुलिस को निर्देशित किया कि मामला पंजीकृत कर विवेचना की जाए। इसके बाद पुलिस ने गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विवेचना
इस मामले की विवेचना थाने पर तैनात उप निरीक्षक निखिलेश कुमार तिवारी द्वारा की जा रही है।
आम नागरिकों पर पुलिस उत्पीड़न की घटनाएं बार-बार प्रकाश में आने से यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।