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सुजीत वर्मा ब्यूरो चीफ
जौनपुर
झारखंड राज्य के धनबाद शहर स्थित आईआईटी (आईएसएम संस्थान) में जल प्रदूषकों के विभिन्न स्वरूपों से संबंधित शोध विषय पर कार्यरत एवं सफलतापूर्वक पूर्ण करने के पश्चात नितिन प्रताप वर्मा को डॉक्टरेट (पी.एच.डी.) की उपाधि से नवाज़ा गया। दिनांक 14 अक्टूबर, 2024 को संस्थान द्वारा आमंत्रित विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा उनके स्वयं के चुने गए शोध विषय (शीर्षक- सिंथेसिस आफ ऐलम मॉडीफाइड बायोमिमिटिक नैनों-हाइड्रॉक्सीएपेटाइट एंड इट्स एप्लिकेशन इन डिफ़्लोरिडेशन आफ ग्राउंडवाटर) पर गहन साक्षात्कार करने के पश्चात् उनकी योग्यता पर स्वीकृति की मुहर लग गई। उनके शोध उद्देश्यों की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार थीं:
1) स्थिर बायोमिमेटिक नैनो-हाइड्रॉक्सीएपेटाइट और एलम डोप्ड-हाइड्रॉक्सीएपेटाइट का संश्लेषण और लक्षण वर्णन।
2) घरबार-गांव धनबाद में भूजल नमूनों की विशेषता और फ्लोराइड संदूषण के संदर्भ में डब्ल्यूक्यूआई का अनुमान।
3) नैनो-हाइड्रॉक्सीएपेटाइट और एलम-डोप्ड हाइड्रॉक्सीएपेटाइट का उपयोग करके भूजल के नमूनों का डीफ्लोराइडेशन।
इसके अतिरिक्त, नितिन प्रताप वर्मा, जी. सर्जीवियर लिमिटेड शाहजहांपुर कंपनी के अनुसंधान व विकास विभाग में बतौर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं विभाग प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। इसके तहत नितिन प्रताप वर्मा अपने मूर्धन्य वैज्ञानिकों की टीम को लेकर नवीनतम एवं अभूतपूर्व आविष्कारों को पूर्णरूपेण कार्यान्वयन करने की दिशा में कृतसंकल्प हैं।
उनके इस उपलब्धि पर जिला जौनपुर के शाहगंज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत इमामपुर ग्राम सभा के पूर्व प्रधान,पत्रकार,सभासद छेदी लाल वर्मा के पुत्र डॉक्टर नितिन प्रताप वर्मा को बधाइयां देते हुए क्षेत्र के लोगों ने गौरव महसूस किया।