Aawaz News : जौनपुर जिले में भी उर्वरक डीएपी, एनपीएस , एनपीके की किल्लत लगातार बरकरार है ।
सरकार की अदूरदर्शी नीतियों , उर्वरक कंपनियों की उदासीनता , अधिकरियों का ढुलमुल रवैया किसानों को खाद के लिए चक्कर काटने पर मजबूर कर रहा है ।
रबी सीजन के बुवाई के शुरुआती महीने अक्टूबर में मात्र दो - दो सौ बोरी डीएपी खाद आवंटन सहकारी समितियों को प्राप्त होने पर वितरण सहकारी समितियां द्वारा किया गया है ।
उर्वरक वितरण कंपनियों द्वारा थोक में भेज दिए गए नैनो डीएपी और नैनो यूरिया वेतन विहीन सहकारी समिति के कर्मचारियों के लिए सर दर्द बन गई , नैनो डीएपी और यूरिया में किसानों के अरुचि के करण दानेदार डीएपी के वितरण में जिले में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हुई ।
डीएपी वितरण राजस्व के अधिकारियों की देखरेख में संपन्न हुआ और कहीं-कहीं पुलिस बल का भी इस्तेमाल करना पड़ा ।
*रैक आएगी तब मिलेगी डीएपी*
डीएपी कब आएगी जब इस प्रश्न का उत्तर खोजने की कोशिश की गई तो जिम्मेदार लोग बताते हैं कि जब रैक लगेगी तब जौनपुर जिले के किसानों को मिल पाएगी ।
डीएपी किल्लत को देखते हुए किसानों को सहकारी समितियां , उर्वरक बिक्री केंद्रों से संपर्क बनाए रखना होगा ।
उर्वरक की व्यवस्था राम भरोसे है
और किसानों को जल्द से जल्द जौनपुर जिले में भी खाद की रैक लग जाने की उम्मीद है ।