जौनपुर/प्रयागराज।
जौनपुर जनपद के मीरगंज थाना क्षेत्र के अमाई गांव निवासी और इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्यरत एक 27 वर्षीय अधिवक्ता मिथिलेश राज गौतम ने वीडियो कॉल के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और ग्रामीणों में दिनभर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं।
भाई को वीडियो कॉल कर बताया फांसी लगाने की बात
शनिवार शाम लगभग 4 बजे अधिवक्ता मिथिलेश राज गौतम ने अपने डॉक्टर भाई शरद कुमार को वीडियो कॉल किया और बताया कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। कॉल के दौरान ही वह फंदा बनाते रहे और भाई समझाने की कोशिश करता रहा, लेकिन लाइव कॉल के दौरान ही मिथिलेश ने फांसी लगाकर जान दे दी।
दरवाजा तोड़कर पुलिस ने शव को निकाला
मिथिलेश इलाहाबाद के शिवकुटी इलाके में अपनी बहन के मकान में अकेले रहते थे। सूचना पर पहुँची प्रयागराज पुलिस ने अधिवक्ता का मोबाइल कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ने के बाद शव को बाहर निकाला गया।
प्रेम प्रसंग को लेकर था तनाव?
स्थानीय लोगों की मानें तो मिथिलेश का एक लड़की से प्रेम संबंध था, लेकिन परिवार शादी के लिए तैयार नहीं था। बताया जा रहा है कि युवती की सगाई और गोद भराई की सूचना मिलने के बाद वह मानसिक रूप से टूट गए और यह आत्मघाती कदम उठा लिया। हालांकि पुलिस द्वारा इस मामले की अभी पुष्टि नहीं की गई है और जांच जारी है।
शव का हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और रविवार को परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। मिथिलेश अविवाहित थे और इलाहाबाद हाईकोर्ट में सक्रिय रूप से वकालत कर रहे थे।