जौनपुर। शाहगंज से 132 केवी विद्युत सप्लाई ठप होने के बाद फॉल्ट सुधारने पहुंचे बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। लोनियापट्टी गांव में शुक्रवार की देर रात जेई और संविदा लाइनमैनों को ग्रामीणों ने चोर-चोर का आरोप लगाते हुए बंधक बना लिया और लात-घूंसों से पिटाई कर दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पूरी टीम को मुक्त कराया गया। इस मामले में ग्राम प्रधान सहित चार नामजद और 40–50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
चार दिन से गांव में बिजली आपूर्ति बंद
अवर अभियंता श्याम अवध यादव ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि शाहगंज से 132 केवी की सप्लाई पिलकिछा उपकेंद्र पर जाती है। 20 सितंबर की रात करीब 10 बजे कहीं से ब्रेकडाउन हो गया था। फॉल्ट की तलाश और मरम्मत के लिए वह अपनी टीम के साथ गांवों में चेक कर रहे थे।
टीम में संविदा लाइनमैन राममिलन बिंद, शैलेन्द्र कुमार गौतम, विनोद मौर्या, श्रीनिवास यादव, राजकुमार राजभर, संदीप और नीरज गिरी शामिल थे।
ग्रामीणों ने घेरकर की मारपीट
जैसे ही टीम लोनियापट्टी गांव पहुंची, वहां ग्राम प्रधान जय सिंह चौहान, सोनू चौहान, रामप्रसाद चौहान और सुनील यादव अपने 40–50 साथियों के साथ लाठी-डंडों से लैस खड़े थे।
आरोप है कि टीम के परिचय देने के बावजूद ग्रामीण "चोर-चोर" की आवाज लगाकर उन्हें घेर लिए और लात-घूंसों व डंडों से पिटाई करने लगे। जेई और पूरी टीम को किसी भी तरफ से भागने नहीं दिया गया।
पुलिस ने बचाया, मुकदमा दर्ज
सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूरी टीम को ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त कराया। इसके बाद उन्हें थाने लाया गया।
जेई की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान सहित चार नामजद और 40–50 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।