जौनपुर। लगभग दो दशक पुराने चर्चित खाद्यान्न घोटाले में आखिरकार बड़ी कार्रवाई हुई है। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) वाराणसी की टीम ने ब्लॉक के तीन वांछित कोटेदारों को उनके घरों से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
दयाशंकर सिंह, निवासी परियत
लाल बहादुर मौर्य, निवासी भदरांव
राकेश कुमार, निवासी दीनापुर थाना बरसठी
सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2004–2005 में सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत नाली, खड़ंजा, पटरी मरम्मत, सीसी रोड और पुलिया निर्माण जैसे विकास कार्यों के लिए मजदूरों को मजदूरी के रूप में खाद्यान्न (चावल) दिया जाना था।
लेकिन जांच में सामने आया कि मजदूरों तक एक भी दाना खाद्यान्न नहीं पहुंचा। आरोप है कि कोटेदारों ने फर्जी मस्टर रोल तैयार कर कालाबाजारी के माध्यम से लगभग ₹22 लाख की शासकीय धनराशि का गबन किया।
ईओडब्ल्यू ने बरसठी ब्लॉक के पुराने अभिलेखों और गवाहों के बयान के आधार पर इस घोटाले की परतें खोली। फिलहाल तीनों आरोपियों को भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय, वाराणसी में पेश किया जाएगा, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
इस कार्रवाई ने स्थानीय कोटेदारों और जनता में खलबली मचा दी है, और ईओडब्ल्यू की कार्यवाही को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।