जौनपुर।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की कथित मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ समाजवादी मजदूर सभा ने सोमवार को जौनपुर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से महात्मा गांधी का नाम हटाने तथा मजदूर विरोधी चार लेबर कोड के विरोध में आयोजित किया गया। धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव अमित यादव ने किया।
धरना पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी की प्रतिमा की साफ-सफाई और माल्यार्पण से की गई। इस दौरान गांधी प्रतिमा स्थल पर गंदगी पाए जाने पर कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए स्वयं सफाई कर गांधी जी के प्रति सम्मान प्रकट किया।
धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अमित यादव ने कहा कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाना राष्ट्रपिता का अपमान है और यह गरीबों, किसानों व मजदूरों के प्रति सरकार की नकारात्मक सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि चार लेबर कोड मजदूरों के अधिकार, सुरक्षा और सम्मान पर सीधा हमला हैं, जिन्हें समाजवादी मजदूर सभा किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेगी।
वक्ताओं ने मांग की कि मनरेगा में महात्मा गांधी का नाम पुनः बहाल किया जाए, मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड तत्काल वापस लिए जाएं, और मजदूरों के हित में पुराने श्रम कानूनों को और मजबूत किया जाए। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मजदूरों की मांगों की अनदेखी की तो आंदोलन को और व्यापक व तेज किया जाएगा।
धरना-प्रदर्शन का संचालन समाजवादी मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा ने किया, जबकि जिला महासचिव विशाल कन्नौजिया ने सहयोग किया।
कार्यक्रम में डॉ. जंग बहादुर यादव (राष्ट्रीय सचिव, युवजन सभा), गुड्डू सोनकर, मो. जावेद, प्रदीप कुमार यादव, मेहदीलाल, रमाशंकर चौहान, बीरेंद्र यादव, रजनीश मिश्रा, दीपक विश्वकर्मा, धीरज बिंद, राजीव यादव, एडवोकेट कुलदीप यादव, एडवोकेट अनिल, रजनीश यादव, धर्मेंद्र, अजय कुमार गौतम और मो. ताज सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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